अस-सलामु अलायकुम/नमस्कार/सत श्री अकाल/ LOTS OF LOVE दोस्तों !

मानवता कोई धर्म नहीं यह आपकी इंसानियत हैं | जो सभी धर्मों का सम्मान सिखाती हैं | अन्यथा, आप बग़ावत चाहतें हैं |
बग़ावत में न आप बचेंगे और न ही देश बचेगा | आज आपकी हुकूमत हैं तो आपका धर्म और कर्म हैं | कल किसी और कि हुकूमत होगी तो उसका धर्म और कर्म होगा |
धर्मों से इस संसार का संतुलन हैं | जिस दिन धर्मों का लोप हो गया | मानव जाति का लोप हो जायेगा | सभी शेष धर्म हिंदू और इस्लाम के अनुयायी हैं | कुछ शाकाहार पर ज़ोर देते हैं |कुछ मांसाहार पर ज़ोर देते हैं | कुछ धर्म के अनुयायी धर्म के अनुसार पसंद के अनुसार शाकाहारी भोजन करते हैं, जबकि कुछ धर्म के अनुयायी किसी भी प्रकार का मांसाहारी भोजन करते हैं।
आप किसी भी प्रकार का  शाकाहार और मांसाहार खाकर इस धरती पर अपने जीवन चक्र को और धरती का संतुलन बनाएं हुए हो |
अन्यथा , इस धरती पर एक दिन पेड़-पौधे और जानवरों की हुकूमत होंगी |  इनकी पैदवार मानव जाति कि तुलना में  कई गुणा अधिक हैं | मानव जाति फ़िर धरती पर अपना वज़ूद और स्थान तलाशतीं रहेंगी |
अगर भीषण जानवरों की परवाह करेंगे की वो जानवरों को खाएं तब तक इन जानवरों की पैदवार काफ़ी बढ़ चुकी होगी | इन्हें खाकर भीषण जानवरों की संख्या बढ़ेगी |
और ! एक ताकतवत शेर और शेरनियां और अन्य भीषण जानवर आपके  आस-पास घूमने लगे तो आपको कैसा एहसास होगा , ये आप मुझसे बेहतर जानते हैं | इसी तरह  शाकाहार खाने वाले जानवरों की संख्या बढ़ी तो आपके शाकाहार पर ख़तरा हो जायेगा |
इस्लाम कौम का क्या कहना! यह धर्म गायों और भैसों को हलाल करता हैं | हिंदु धर्म का क्या कहना! यह धर्म गायों को पूजता हैं और उनके बच्चों (यहाँ बछड़े(शब्द ) के लिए मैंने  गाय का बच्चा (शब्द ) इस्तेमाल किया हैं |) के दूध का निवाला छीन कर अपने बच्चों की परवरिश करता हैं |  अब बच्चा गाय को हो या भैंस का |  जानें -अनजानें में आप गाय और भैंस के बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से कमज़ोर ही तो कर रहे हो |  इस कर्म में तो मेरे ख्याल से सभी धर्म शामिल हैं |
उनकी जीने की  औसत आयु कम हो रही हैं | जानें -अनजानें  ये गाय और भैंस भी तो आपके हाथों हलाल ही हो रहे हैं | फ़र्क़ इतना हैं इस्लाम का हलाल करना दीखता हैं | बाकी धर्मो में नहीं दीखता हैं | ये गाय और भैंस के बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से कमज़ोर हो कर धीरे -धीरे मर ही तो रही हैं | एक साधारण  गाय और भैंस साधारणतया अपने जीवन काल में 7-8  बच्चों को जन्म देती हैं | वहीं एक स्वस्थ गाय और भैंस 10 -12 बच्चों को जन्म दे सकती हैं |
फिर मानव जाति के बच्चें एक तिहाई धरती पर अपना वज़ूद और स्थान तलाश करेगी | शेष सारी धरती तो पानी से ढकी हुई हैं | कहीं आप सोचें आधुनिक तकनीक से पानी सूखा कर धरती बना लेंगे | पानी पीने और जीने के लिए भी अत्यंत आवश्यक हैं |
इसी प्रकार, वह परम आत्मा किसी को हलाल करता हैं और किसी को उसी क्षण मारता भी हैं | जो परम आत्मा के तय किये हुए समय के अनुसार होता हैं |
मानव भी एक जानवर हैं , जिसके पास तन , दिल और दिमाग हैं | यह मनुष्य का  बच्चा खाता -पीता और एक मजबूत तन तैयार करता हैं |  फ़िर एक दिन तन कमजोर हो जाता हैं , या दिल कमज़ोर हो जाता हैं या , दिमाग़ कमज़ोर हो जाता हैं और सांसों का कर्म चक्र टूट या कट  जाता हैं |इस प्रकार उस परम आत्मा के हाथों हलाल हो जाता हैं या मर जाता हैं |
दूसरी और कोई गर्भ में ही मर जाता हैं , कोई गर्भ तक पहुंच भी नहीं पाता |
इसी घटना को आँखों से देखना हैं तो आपने  जन्म दर और मृत्यु दर तो पढ़ा ही होगा |
प्रति मिनट इस संसार में कितने बच्चें जन्म लेते हैं और मर जाते हैं| हर पल कोई मनुष्य और जीव जंतु मर रहा हैं | कोई वृद्ध होकर हलाल होने की तैयारी कर रहा हैं |
पेड़-पौधे और जानवरों का जन्म दर मानव जाति के बच्चों के जन्म दर से कई गुणा अधिक हैं |  इनसे अगर मानव जाति अपने जन्म दर की  तुलना करने लग गयी तो इस धरती पर  पेड़-पौधे और जानवरों की हुकूमत होगी |  इसलिए सभी धर्मों का सम्मान कीजिए और इन्हें अपना धर्म और कर्म करने दीजिये |
कोई धर्म जानवरों को हलाल करें न करे |किन्तु परमेश्वर के हाथो मनुष्य रुपी जानवर और अन्य जीव -जंतु , हलाल होने से नहीं बच सकते |
क्योकि ! उसी परमेश्वर से आप कोई भी अपनी और अपने परिवार की लंबी आयु और अच्छी सेहत की दुआ मांगते हो |  एक दिन वहीं लम्बी आयु और आपकी सेहत ढलने लगती हैं , चाहें आपके माता -पिता  ने हर चीज़ को ध्यान में रख कर आपको बचपन से ही संभाल कर क्यों न रखा हो | एक दिन यह मनुष्य रुपी जानवर उस परमेश्वर के हाथों हलाल हो जाता हैं |  आप  हलाल शब्द से बच नहीं सकते |
उस परमात्मा का काम आपको हलाल और पल में मौत की गोद में सुलाने का हैं | कोई जन्म लें रहा हैं , कोई बूढ़ा हो रहा हैं | कोई मर रहा हैं |यह नियम धरती और ब्रह्माण्ड में मौज़ूद सभी चीजों पर लागू होती हैं | यहाँ तक कि आपके तारे भी जन्म लेते हैं और मरते हैं | कुछ तारे तो बनने से पूर्व ही मिट जाते हैं |

मृत्यु अवस्था (तथाकथित हलाल अवधि) के दौरान, मृत्यु के कई मिनट बाद अपघटन शुरू हो जाता है, जिसे ऑटोलिसिस या स्व-पाचन कहा जाता है। जैसे ही दिल धड़कना बंद कर देता है, कोशिकाएं ऑक्सीजन से वंचित हो जाती हैं, और उनकी अम्लता बढ़ जाती है क्योंकि रासायनिक प्रतिक्रियाओं के जहरीले उपोत्पाद जमा होने लगते हैं। मृत्यु के बाद, रक्त आमतौर पर धीरे-धीरे जमता है, थक्का बना रहता है और फिर सूख जाता है।
उस परमात्मा का काम आपको हलाल और पल में मौत की गोद में सुलाने का हैं |   कोई गर्भ में ही मर जाता हैं , कोई गर्भ तक पहुंच भी नहीं पाता |
आप उस परम आत्मा के बनाएं हुए पेड़ -पौधों , शाक पत्ती और जानवरों को  खा कर अपने जीवन को बनायें हुए हो |
इस तरह आप उसकी धरती का संतुलन बनाने में उसका सहयोग करते हो |  इसलिए परम आत्मा को मनुष्यों से सबसे अधिक प्रेम हैं | परम आत्मा आपके इन सभी गुनाहों को माफ़ करता हैं |
अगर आप सक्षम हैं तो पहले परिवार का विकास करे , फिर समाज का , फिर राज्य का , फिर देश का और अंत में संसार के मनुष्यों का | इस तरह आप सब मिलकर पहले मानव जाति का विकास करे | फिर जानवरों के पालन-पोषण और पेड़ -पोधों का रोपण एक सीमा के अंतर्गत | ताकि इस धरती का संतुलन बना रहे |
इस धरती पर ये चारों धर्म सदा ही रहेंगे |इसलिए इन चारों धर्मों का और अन्य सभी धर्मों का सच्चें दिल से  सम्मान कीजिए| यह सभी धर्म अपनी जग़ह बिल्कुल सटीक हैं और इन्हें अपना धर्म और कर्म करने दीजिये | इन धर्मो और इनके कर्मो से धरती का संतुलन बना हुआ हैं | अगर कभी भी एक धर्म हुआ तो उस धर्म को इन चारों धर्म के कर्म करने ही पड़ेंगे | अगर उस एक धर्म को मानने वाला ये चारों कर्म  करें न करे तो  उस एक  धर्म के ईश्वर को  ये चारों कर्म करने पड़ेंगे |  किन्तु उसके आने तक आप धरती पर अपना वज़ूद और स्थान तलाशतें फिरेंगे |  और ! मैं नहीं मानता कि इसमें आपकी समझदारी हैं |  इसलिए इन सभी धर्मों को अपना धर्म और कर्म करने दीजिये |

अब कोई भी आपके सामने किसी धर्म की शेख़ी बघारता मिले तो उसे मेरा मानवता पर लिखा लेख़ साझा कर देना |

You move one step, and the governments of the country move one step.
The country will grow.
Otherwise, change yourself. Change the government.
Decision and change both are in your hands.
 
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ENGLISH VERSION:

Humanity is not a religion, it is your humanity. Which teaches respect for all religions. Otherwise, you want mutiny.
Neither you nor the country will survive in rebellion. Today it is your rule, so it is your religion and deeds(work) . Tomorrow someone else will rule, then his religion and deeds (work) will be there.
Religions are the balance of this world. The day the religions disappeared. The human race will become extinct. All remaining religions are followers of Hinduism and Islam. Some insist on vegetarianism. Some insist on non-vegetarian food. Some religious followers eat vegetarian food according to their choice and according to religion, while some religious followers eat any type of non-vegetarian food.
You are creating your life cycle on this earth by eating any type of vegetarian and non-vegetarian food and balancing the earth.
Otherwise, this earth will one day be ruled by plants and animals. Their production is many times more than that of mankind. Mankind will then continue to search for its existence and place on Earth.
If the ferocious animals would care that they eat the animals, by then the production of these animals would have increased a lot. The number of fierce animals will increase by eating them.
And! A mighty group of lions and lionesses and other fierce animals surround you, You know better than me how you will feel. Similarly, if the number of animals eating vegetarian food, then your vegetarianism will be in danger. That’s why respect all religions. All religions are absolutely correct in their place.
What to say of the Islam community! This religion makes cows and buffaloes halal. What to say about the Hindu religion! This religion worships cows and brings up their children(here, I have used Cow’s child instead of the word calf) by snatching a morsel of milk from cow’s children. Now the child may be of a cow or a buffalo. Know – unknowingly you are making the children of cows and buffaloes physically and mentally weak. In my opinion, all religions are included in this action. Their average life expectancy is decreasing. Knowingly or unknowingly, these cows and buffaloes are also becoming halal by your hands. The difference is that Islam seems to be Halal. It is not visible in other religions.
These children of cows and buffaloes are dying slowly by becoming physically and mentally weak. An ordinary cow and buffalo usually give birth to 7-8 children in their lifetime. Wherein a healthy cow and buffalo can give birth to 10 -12 children.
Then the children of mankind will find their existence and place on 1 third of the earth. The rest of the earth is covered with water. Somewhere you think that by drying the water with modern technology, you will make the earth. Water is also essential for drinking and living.
Similarly, the Supreme Soul makes someone halal and kills someone at the same moment. Which happens according to Supreme Soul’s fixed time.
A human is also an animal, who has a body, heart, and mind. This human child eats and drinks and prepares a strong body. Then one day the body becomes weak, or the heart becomes weak, or the mind becomes weak and the breath cycle is broken or cut off. On the other hand, some die in the womb itself, and some do not even reach the womb.
If you want to see this incident with your eyes, then you must have read the birth rate and death rate.
Every minute how many children are born and die in this world? Every moment some human being or animal is dying. Someone is preparing to become halal after getting old.
The birth rate of plants and animals is many times more than the birth rate of children of mankind. If mankind starts comparing its birth rate with those, then trees, plants and animals will rule this earth. That’s why respect all religions and let them do their religion and deed (work).
These four religions will always remain on this earth. If ever there is only one religion, then that religion will have to perform the actions of those four religions.
Any religion makes animals halal or not. But animals in the form of humans and other creatures cannot escape from being halal in the hands of God.
Because! You pray to the same God for long life and good health for yourself and your family. One day there comes a long life and your health starts declining, even if your parents have taken care of you since childhood by keeping everything in mind. One day this human-like animal becomes halal through the hands of God. You cannot avoid the word Halal. The work of God is to make you sleep in the lap of death in a moment or through Halal. Some are taking birth, some are getting old and some are dying. This law applies to all things present on Earth and in the universe. Even your stars are born and die. Some stars get destroyed even before they are formed.

During the death stage (So-called halal period), decomposition begins several minutes after death with a process called autolysis, or self-digestion. Soon after the heart stops beating, cells become deprived of oxygen, and their acidity increases as the toxic by-products of chemical reactions begin to accumulate. After death, the blood generally clots slowly and remains clotted, then dry.
The work of God is to make you sleep in the lap of death in a moment or Halal. Some die in the womb itself, and some do not even reach the womb.
You use and eat the trees, plants, vegetables and animals made by that supreme soul to maintain your life. In this way, you help him in balancing the earth.
That’s why the Supreme Soul loves humen the most. The Supreme Soul forgives all those sins of yours. That’s why if you are capable then first develop the family, then the society, then the state, then the country and finally the humans of the world. In this way, all of you together should first develop the human race. Then rearing of animals and planting of trees and plants under a limit. So that the balance of this earth remains.
These four religions will always remain on this earth. That’s why respect these four religions and all other religions with true hearts. All these religions are absolutely correct in their place and let them do their religion and work(deed). The balance of the earth is maintained by those religions and their deeds. If ever there is only one religion, then that religion will have to perform the actions of those four religions. If a follower of that one religion does not perform those four actions, then the God of that one religion will have to perform those four actions.
But till God arrives on the earth, you will keep on searching for your existence and place on the earth.  And! I do not believe that you have sense in this. That’s why let all these religions do their religion and deed (work).

Now if you find anyone boasting of any religion in front of you, then share my article on humanity.

You move one step, and the governments of the country move one step.
The country will grow.
Otherwise, change yourself. Change the government.
Decision and change both are in your hands.

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